कोरबा :- जिले के दीपका थाना क्षेत्र अंतर्गत एक गांव में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जिसमें एक 28 वर्षीय आदिवासी महिला को तीन युवकों ने दो दिन तक बांधकर रखा और दुष्कर्म किया। इस दौरान युवती भूखी-प्यासी थी। घटना के दो दिन बाद उसे तलाश रहे ग्रामीणों को वह गांव के ही एक घर के मवेशियों को बांधने वाली जगह (खटाल ) में मिली। जब परिजन उसे घर लेकर गए. तब युवती ने अपने साथ हुई दरिंदगी की दास्तान परिवार वालों को सुनाई। गिरफ्तार आरोपितों की पहचान हॉस्टल अधीक्षक विजय कंवर (30 वर्ष), हीरालाल यादव (26 वर्ष) और रामलाल कंवर उर्फ बल्ला (30 वर्ष) के रूप में हुई है।
दीपका थाना प्रभारी अविनाश सिंह ने बताया कि तीनों आरोपितों ने 13 सितंबर की दोपहर को पीड़िता का उस समय अपहरण कर लिया जब वह गांव के नल से पानी लेने गई थी। जिसे परिजन तथा ग्राम वासी आसपास काफी तलाश किये पर उसका कही पता नहीं चला। जिसकी सूचना 14 सितंबर को थाने में गई। मामला संदिग्ध होने से दीपका पुलिस टीम द्वारा भी मौके का निरीक्षण कर आसपास लड़की का पता तलाश किये पर वह नहीं मिली।
पुलिस अधीक्षक कोरबा भोजराम पटेल द्वारा तत्काल नव पदस्थ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा के नेतृत्व में सीएसपी दरी सुश्री लितेश सिंह तथा दीपका थाना प्रभारी अविनाश सिंह के साथ एक टीम का गठन किया गया। टीम द्वारा गांव के ही पुराने बदमाशों से पूछताछ की गई। पुलिस ने 376(2) (D), 342,34 के तहत मामला दर्ज करके पीड़िता की खोजबीन शुरू की।
पुलिस ने पीड़िता को गुरुवार को आरोपित कंवर के घर के पीछे पशुशाला कोठा में हाथ और पैर बंधे हुए हालत में बरामद किया। पूछताछ करने पर उसने बताया कि गांव के ही हीरालाल यादव, विजय कंवर (अधीक्षक बालक छात्रावास ) , रामलाल मकराम उर्फ बल्ला, सभी निवासी थाना दीपका घटना दिनांक को शाम नल के पास से उठाकर ले गये और हाथ पैर बांधकर मुंह में कपड़ा डालकर लगातार बलात्कार करते रहे। तीनों आरोपितों को गिरफतार कर शुक्रवार को रिमाण्ड पर जेल दाखिल कर दिया गया है।
Publish by- shivam Dixit
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