लखनऊ :- हाथी घोड़ा पालकी, जैया कन्हैया लाल की, हरे कृष्ण, जय श्री कृष्णा की गूंज चाहुंओर सुनाई देने लगी, जब सोमवार की रात ठीक 12 बजा। घरों में महिलाएं श्रीगीत गाने लगी तो मन्दिरों में आरती हुई। पूरा प्रदेश श्रीकृष्ण मय हो गया।
श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा से लेकर वाराणसी, गोरखपुर कानपुर और प्रदेश के 75 जिलों में रात्रि के 12 बजते ही शंखनाद, घंटिया,घड़ियाल बजने लगे। नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों के प्रत्येक घरों, पुलिस लाइन और समस्त थानों पर सोमवार की रात भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। जिला कारागार में भी बंदीरक्षकों व बंदियों ने जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई। इस दौरान सभी जगह कोरोना प्रोटोकॉल का पालन होता दिखायी दिया। जन्मोत्सव को लेकर जगह-जगह श्रीकृष्ण की लीलाओं को लेकर झांकिया सजाई गई। पुलिस लाइन और थानों में सांस्कृति कार्यक्रम आयोजित हुए।
सजे दिखे थाना एवं जिला कारागार
श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर प्रदेश के सभी जिला कारागार, थाना और पुलिस लाइन रंगीन झालरों से सजी रही। जेल में जहां झांकिया सजाई गई तो वहीं बंदियों ने श्रीकृष्ण की लीलाओं को लेकर कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
सुरक्षा व्यवस्था रही चाक चौबंद
श्री कृष्ण जन्मोत्सव को देखते हुए प्रदेश के सभी प्रतिष्ठित मन्दिरों की सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद की गयी थी। महामारी को देखते हुए सभी मन्दिरों में कोविड नियमों का पालन कराते हुए श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया जा रहा है।
Publish by- shivam Dixit
@shivamniwan