कानपुर: जनपद के आउटर थाना क्षेत्र बिधनू में महज लूडो के लिए मां के पैसे न दिए जाने पर इकलौते बेटे ने फांसी लगा ली। इलाज के दौरान किशोर की मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गर्दन टूटने से मौत की पुष्टि हुई है। वहीं, दो बहनों को भाई की मौत पर रोते हुए यही कह रही हैं कि अब वह किसकी कलाई पर रक्षासूत्र बांधेंगी।
बिधनू के गुलाबपुर निवासी अजय सिंह यादव पत्नी माया, दो बेटियों व नौवीं में पढ़ने वाले इकलौते बेटे आदित्य उर्फ हैप्पी (14) के साथ रहते हैं। सोमवार को बेटे आदित्य ने मां से लूडो के लिए 14 रुपये मांगे। मां ने लूडो के लिए पैसे देने से इंकार कर दिया। इस बात से नाराज बेटे ने मां की साड़ी का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। इस बीच बहनों ने भाई को फांसी के फंदे से लटका देख शोर मचाना शुरू कर दिया।
आवाज सुनकर परिजन व पड़ोसी पहुंच गए और उसे फंदे से नीचे उतारकर तुंरत इलाज के लिए पास के अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां से उसकी हालत नाजुक देखकर रेफर कर दिया गया। परिजन बेटे को लेकर कानपुर के साकेत नगर स्थित एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उसका इलाज शुरू किया गया। इलाज के दौरान बीती देर रात उसकी मौत हो गई।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मंगलवार को बिधनू थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गर्दन टूटने से किशोर की मौत होने की पुष्टि हुई है।