लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री एवं राज्य सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के कुलपति द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि देने का जो वहां के छात्र विरोध कर रहे हैं, वह गलत है। उन्होंने कहा कि यह विरोध हमारी परम्परा एवं संस्कृति के विरुद्ध है। मैं इसकी निंदा करता हूं। सभी राजनैतिक दलों को भी इस घटना की निंदा करनी चाहिए। साथ ही इस घटना में संलिप्त सभी के खिलाफ विश्वविद्यालय प्रशासन को कड़ी कार्यवाई करनी चाहिए।
बुधवार को जारी बयान में सिद्धार्थ नाथ ने कहा कि छात्रों द्वारा एक महान नेता को श्रद्धांजलि देने के बजाय उनके खिलाफ पोस्टर लगाना दुर्भाग्यपूर्ण है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और देश के बडे़ नेता स्वर्गीय कल्याण सिंह ने राम मंदिर आंदोलन को आगे बढ़ाया। इसके जरिए उन्होंने समाज व सभी वर्गों को जोड़ने का कार्य किया।
श्री सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विकास को आगे बढ़ाने में कल्याण सिंह की अहम भूमिका रही है। ऐसे में उनके विरोध का कोई औचित्य नहीं। उन्होंने सवाल किया कि एएमयू के छात्रों ने तालिबान के खिलाफ पोस्टर क्यों नहीं लगाया ? अफगानिस्तान में तालिबानियों द्वारा बच्चों और महिलाओं पर भयंकर अत्याचार किया जा रहा है। एएमयू के छात्र इस पर अपना रोष क्यों नहीं प्रकट करते ?
योगी सरकार के मंत्री ने कहा कि आवश्यकता है कि हर राजनीतिक दल एएमयू के छात्रों के इस कृत्य की निंदा करे, पर हर चीज को राजनीतिक चश्मे से देखने वाले ऐसा करेंगे नहीं। यही वजह रही कि अखिलेश यादव ने कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि देने उनके आवास पर नहीं गए।