औरैया: गुरुवार को कृषि राज्य मंत्री लाखन सिंह राजपूत जी ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ”आत्मनिर्भर नारी-शक्ति से संवाद” कार्यक्रम को एनआईसी सभागार में देखा।
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़े महिला स्व-सहायता समूहों की महिला सदस्यों से बातचीत भी की। बातचीत खत्म होने के बाद उन्होंने अपना संबोधन दिया। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जिस प्रकार से हमारी बहनों ने स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से देशवासियों की सेवा की वो अभूतपूर्व है। मास्क और सेनेटाइजर बनाना हो, जरूरतमंदों तक खाना पहुंचाना हो, जागरूकता का काम हो, हर प्रकार से आपकी सखी समूहों का योगदान अतुलनीय रहा है।
“महिलाओं को बैंकिंग सिस्टम से जोड़ा: पीएम”
पीएम मोदी ने कहा कि पहले अधिकांश महिलाएं पैसे को रसोई के डिब्बे में रखती थीं लेकिन जब हमारी सरकार आई तो हमने देखा कि देश की करोड़ों बहनें ऐसी थीं जिनके पास बैंक खाता तक नहीं था, जो बैंकिंग सिस्टम से कोसों दूर थीं। इसलिए हमने सबसे पहले जनधन खाते खोलने का बहुत बड़ा अभियान शुरू किया। पीएम मोदी ने कहा कि 42 करोड़ से अधिक जन धन बैंक खाते हैं, जिनमें से 55 फीसदी महिलाओं के पास हैं। इन खातों में हजारों करोड़ हैं। हमने न सिर्फ बैंक खाते खोले, बल्कि कर्ज भी आसान किया।