आजमगढ: जनपद की पुलिस ने दलित उत्पीड़न के नाम पर धरना, प्रदर्शन व अनशन करने और पुलिस व प्रशासन पर दबाव बनाकर धरना समाप्त कराने के नाम 20 लाख रुपये नकदी सहित लक्जरी वाहन की मांग करने वाले आजाद समाज पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सहित 15 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। पुलिस अधीक्षक ने दावा किया प्रदेश प्रवक्ता एहसान खान पर राष्ट्रद्रोह जैसे गंभीर धाराओं में कुल 22 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं।
गंभीरपुर थाने के रानीपुर रजमों पहेलपुर गांव में एहसान खान व धर्मवीर भारती के नेतृत्व में 14 अगस्त से ही समाप्त करने के नाम पर बीस लाख रुपये व लक्जरी वाहन की मांग कर रहा है। इसका आडियो क्लिप भी जारी हुआ है। सैकड़ों की संख्या में लोग पहिलेपुर गांव में बिना अनुमति धरना प्रदर्शन कर रहे थे। दो दिनों बाद धरने को आमरण अनशन में तब्दील कर दिया। मंगलवार को पुलिस टीम बिना अनुमति चल रहे धरना प्रदर्शन को खत्म कराने पहुंची तो मंच पर एहसान खान, धर्मवीर भारती समेत काफी संख्या में लोग मौजूद थे। पुलिस के पहुंचते ही धरनारत लोगों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दिया। पुलिस ने एहसान खान व धर्मवीर भारती को गिरफ्तार करने का प्रयास किया तो लोग उग्र हो गए पुलिस टीम पर हमला बोल दिया। पुलिस ने मौके से 15 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
बुधवार को कार्यालय पर प्रेसवार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने बताया जिले के विभिन्न थानें में धरना के दौरान एहसान पर लोगों को भड़का पुलिस पर हमला कराने, राष्ट्रद्रोह समेत कुल 22 मुकदमे पंजीकृत है। एहसान खान रानीपुर रजमों दलित उत्पीड़न का आरोप लगाकर अपने अपराधी प्रवृत्ति के साथियों साथ धरना कर रहा था। यह लगातार लोगों को बहकाकर धरना कराता, लेकिन उसमें इसके साथी अधिक व गांव के लोग नाममात्र की संख्या में मौजूद रहते थे। पुलिस अधीक्षक ने बाकायदा एहसान खान का आडियों जारी किया, जिसमें वह धरना समाप्त करने के लिए बीस लाख रुपये और इंडीवर वाहन की मांग कर रहा है।