अंबेडकर नगर :- प्रदेश के साथ-साथ जिले में चाइनीज मांझे ने एक बार फिर अपनी आमद बढ़ा दी है। पतंग उड़ाने के लिए चाइनीज मांझे का उपयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है, जबकि शासन स्तर से इसकी बिक्री व प्रयोग पर रोक लगाई गई है। इसके बावजूद स्थानीय प्रशासन की लापरवाही के कारण चाइनीज मांझे की बिक्री लगभग सभी बाजारों में जोर-शोर से की जा रही है।
रविवार की देर शाम इसी चाइनीज मांझे की चपेट में आकर बहन को पहुंचाने उसके घर जा रहे एक भाई की दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना से जहां बहन का बीच सड़क पर रो रो कर बुरा हाल था, वहीं प्रशासन की लापरवाही भी पूरी तरह से सामने आ गई। हालांकि घटना के बाद प्रशासन प्रतिबंधित चाइनीज मांझे की बिक्री को रोकने के लिए कदम उठाए जाने की बात तो कर रहा है लेकिन इसकी बिक्री पर अंकुश लग सकेगा, इसकी संभावना लगभग ना के बराबर है।
बसखारी थाना क्षेत्र के बजदहिया गांव का रहने वाला गौतम रविवार की शाम अपनी बहन को मोटरसाइकिल पर बैठाकर उसके घर पहुंचाने के लिए जा रहा था। वह अलीगंज थाना क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग पर मोटरसाइकिल चलाते समय ही चाइनीज मांझे की चपेट में आ गया। यह मांझा पतंग से कटकर उड़ रहा था। चाइनीज मांझे ने गौतम के गले को रेत दिया, जिससे वह तुरंत रुक गया, लेकिन देखते ही देखते उसके गले के पास से खून की धारा बह निकली। बहन जब तक कुछ समझ पाती तब तक वह बेहोशी की स्थिति में पहुंच गया। हाईवे से जा रहे लोग उतरकर उसे जब तक अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था कर पाते, तब तक गौतम ने सड़क पर ही दम तोड़ दिया। बीच सड़क पर आंख के सामने भाई की मौत होते देख वहां मौजूद बहन दहाड़ मार कर रोने लगी।
सूचना पर पहुंची अलीगंज पुलिस ने शव हो पोस्टमार्टम के लिए तो भेज दिया तथा मांझे के साथ पतंग उड़ाने वाले की पहचान कर कार्यवाही करने की बात कही, लेकिन इससे जिस बहन का भाई चला गया,क्या वह वापस आ सकेगा।
गौरतलब है कि जिले में जगह-जगह पतंगबाजी में इस प्रतिबंधित मांझे का ही प्रयोग किया जा रहा है। इसका प्रयोग करने के पीछे कारण है कि यह जल्दी नहीं कटता लेकिन यह जानलेवा भी साबित होता रहता है।
Publish by- shivam Dixit
@shivamniwan